अख़्तर रज़ा अज़हरी रिज़वी का सफ़ेद झूठ 18 फ़रवरी 2015 को , गोआ के मडगांव शहर में मौलाना अख्तर रज़ा रिज़वी ने एक मुख़्तसर तक़रीर की। इस तक़रीर को नीचे दिए हुए वेबलिंक पर सुना जा सकता है। Link 1 https://youtu.be/rNRGxF0WMBM Link 2 http://picosong.com/2fzB/ हर वो शख्स जिसको अल्लाह ने अक़्ल और सुनने की ताक़त अता की है , सुन सकता है की मौलाना अख्तर रज़ा रिज़वी ने साफ़ साफ़ दावते इस्लामी पर बहुत से संगीन इलज़ाम और बुहतान लगाये है। जिन में अहम इलज़ाम व बुहतान ये हैं : 1) पहला झूठ : दावते इस्लामी जमाते इस्लामी से निकली हुई एक शाख है। 2 ) दूसरा झूठ :दावते इस्लामी मसलके अहले सुन्नत पर नहीं है। 3) तीसरा झूठ : दावते इस्लामी वाले देवबंदी के पीछे नमाज़ पढ़ लेते हैं। जोश में मौलाना अख्तर रज़ा अजहरी रिज़वी इल्ज़ाम तो बहुत कुछ लगा गए लेकिन शायद वो भूल गए की , उनको हर इल्ज़ाम की दलील भी देनी चाहिए थी। अगर उस वक़्त न दे पाये तो कम से कम बाद में दे देते। शरीअत का तक़ाज़ा तो यही था। लेकिन जिन लोगों को अपने फ़िरक़े की फ़िक्र ज़्यादा होती है , वो लोग अक्सर शरीअत को नज़र अंदाज़ क