This is an important post for all those who want to know about Molvi Zia Ul Mustafa Rizvi.
Earlier, we have discussed how zia ul mustafa was put to shame when he was caught lying red handed in front of a big gathering. It can be read at the link provided below.
http://www.ridawis.blogspot.in/2014/03/zia-al-mustafa-exposed.html
Zia ul Mustafa along with his team mates wrote a book entitled " Aiyna e sulah kulliat" which was published on the name of Anees Alam Siwani as its author. On page 23 and 24 of this book, Anees Alam writes that Zia ul mustafa narrated to him that when the latter visited the city of Karachi, he was approached by Shaykh Ilyas Attar Qadri and Syed Gulam Abdul Qadir at a residence of " fulan sahab ' ( some one ) . The two asked molvi zia ul mustafa if they can perform salah behind deobandis for the purpose of tabligh and inviting them towards ahlus sunnah. To this molvi zia ul mustafa replied that it is not allowed. We have provided scan of the pages.
When this book was published ( First edition October 2013) the scholars of Al Jamiatul Ashrafia wrote a letter of Shaykh Ilyas Attar Qadri to know the truth of the matter. Shaykh Ilyas Attar Qadri replied on his letter head that there was no such incidence.Shaykh Ilyas Attar Qadri swore on the name of Allah that he did not seek any such permission from zia ul mustafa and asked zia ul mustafa to bring shari'i witness to prove this .
Zia ul mustafa was again caught lying. People found out that zia ul mustafa is lying that is why he did not give the name of the person at whose residence the meeting took place, instead 'fulan sahab's' house was mentioned. People asked him to name the person in Karachi at whose residence this incidence took place and the year in which this incidence took place. Molvi Zia ul mustafa rizvi had no answer!
Obaidullah Khan Azmi brought this matter to light and openly exposed zia ul mustafa. The video can be seen at the below link
https://www.youtube.com/watch?v=u_TORksXwSc
After zia ul mustafa was exposed by Obaidullah Khan Azmi, the alert muslim population came to know that zia ul mustafa is a big fitna. But many muslims are still not aware of his dirty politics and kiss his hands thinking him to be a "peer"! Amazingly, he is still invited on stage to speak ! This is one of the reasons for the enmity between zia ul mustafa and Obaidullah Khan Azmi.
मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा : इस ज़माने का सबसे बड़ा झूठा
मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा के फ़ितने से तमाम अहले इल्म वाक़िफ़ हैं। आइये इनके एक और झूठ का पर्दा फ़ाश किया जाए।
मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा ने अपने चेले चपाटों के साथ मिलकर ' आइना ए सुलह कुल्लियत ' नाम की एक किताब लिखी और अपने चमचे मोलवी अनीस आलम सिवानी के नाम से इस किताब को छपवा दिया। इस किताब के सफह 23 व 24 पर अनीस आलम लिखता है की मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा एक मर्तबा कराची गए थे और "फलां " साहब के यहाँ ठहरे थे। शेख इल्यास अत्तार क़ादरी अपने एक साथी सय्यद गुलाम क़ादिर के साथ मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से मुलाकात करने आये और इन दोनों ने मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से तब्लीग़ के वास्ते देवबंदिओं के पीछे नमाज़ पढ़ने की इजाज़त मांगी जिस को मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा ने इंकार कर दिया।
जब यह किताब छप कर बाज़ार में आयी तो भारत से उलमा इ कराम ने शेख इल्यास अत्तार क़ादरी को खत लिख कर इस वाक़ये की हकीकत पूछी। शेख इल्यास अत्तार क़ादरी ने अपने लेटर हेड पर जवाब लिख कर भेजा और अल्लाह की क़सम खाई की ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था। उन्होंने मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से अपनी बात साबित करने के लिए दो शरई गवाह लाने को कहा। लोगों ने जब मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से उस शख्स का नाम पूछा जिसके घर यह मुलाकात हुई थी, तो मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा बिलकुल खामोश हो गए ! जब लोगो ने पूछा की यह वाक़या किस साल में हुआ था , तब भी मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा एक दम खामोश हो गए !
ओबैदुल्लाह खान आज़मी साहब ने जब इस झूठ का पर्दा फाश किया तो ज़िआ उल मुस्तफा को बुरा लग गया और वो ओबैदुल्लाह खान आज़मी के खिलाफ साज़िश में जुट गए ! ओबैदुल्लाह खान आज़मी साहब की तक़रीर को नीचे दिए हुए वेबलिंक पर सुना जा सकता है
https://www.youtube.com/watch?v=u_TORksXwSc
बड़े हैरत की बात है की इस जैसा झूठा और क़ज़्ज़ाब आज पीर ए तरीक़त बना घूम रहा है और अपना हाथ चुमवाता है। कुछ भोले भाले सुन्नी जिनको मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा की हक़ीक़त नहीं मालूम हैं आज भी तक़रीर के लिए इनको बुलाते हैं।
झूठो पर अल्लाह की लानत
Earlier, we have discussed how zia ul mustafa was put to shame when he was caught lying red handed in front of a big gathering. It can be read at the link provided below.
http://www.ridawis.blogspot.in/2014/03/zia-al-mustafa-exposed.html
Zia ul Mustafa along with his team mates wrote a book entitled " Aiyna e sulah kulliat" which was published on the name of Anees Alam Siwani as its author. On page 23 and 24 of this book, Anees Alam writes that Zia ul mustafa narrated to him that when the latter visited the city of Karachi, he was approached by Shaykh Ilyas Attar Qadri and Syed Gulam Abdul Qadir at a residence of " fulan sahab ' ( some one ) . The two asked molvi zia ul mustafa if they can perform salah behind deobandis for the purpose of tabligh and inviting them towards ahlus sunnah. To this molvi zia ul mustafa replied that it is not allowed. We have provided scan of the pages.
When this book was published ( First edition October 2013) the scholars of Al Jamiatul Ashrafia wrote a letter of Shaykh Ilyas Attar Qadri to know the truth of the matter. Shaykh Ilyas Attar Qadri replied on his letter head that there was no such incidence.Shaykh Ilyas Attar Qadri swore on the name of Allah that he did not seek any such permission from zia ul mustafa and asked zia ul mustafa to bring shari'i witness to prove this .
Zia ul mustafa was again caught lying. People found out that zia ul mustafa is lying that is why he did not give the name of the person at whose residence the meeting took place, instead 'fulan sahab's' house was mentioned. People asked him to name the person in Karachi at whose residence this incidence took place and the year in which this incidence took place. Molvi Zia ul mustafa rizvi had no answer!
Obaidullah Khan Azmi brought this matter to light and openly exposed zia ul mustafa. The video can be seen at the below link
https://www.youtube.com/watch?v=u_TORksXwSc
After zia ul mustafa was exposed by Obaidullah Khan Azmi, the alert muslim population came to know that zia ul mustafa is a big fitna. But many muslims are still not aware of his dirty politics and kiss his hands thinking him to be a "peer"! Amazingly, he is still invited on stage to speak ! This is one of the reasons for the enmity between zia ul mustafa and Obaidullah Khan Azmi.
मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा : इस ज़माने का सबसे बड़ा झूठा
मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा के फ़ितने से तमाम अहले इल्म वाक़िफ़ हैं। आइये इनके एक और झूठ का पर्दा फ़ाश किया जाए।
मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा ने अपने चेले चपाटों के साथ मिलकर ' आइना ए सुलह कुल्लियत ' नाम की एक किताब लिखी और अपने चमचे मोलवी अनीस आलम सिवानी के नाम से इस किताब को छपवा दिया। इस किताब के सफह 23 व 24 पर अनीस आलम लिखता है की मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा एक मर्तबा कराची गए थे और "फलां " साहब के यहाँ ठहरे थे। शेख इल्यास अत्तार क़ादरी अपने एक साथी सय्यद गुलाम क़ादिर के साथ मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से मुलाकात करने आये और इन दोनों ने मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से तब्लीग़ के वास्ते देवबंदिओं के पीछे नमाज़ पढ़ने की इजाज़त मांगी जिस को मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा ने इंकार कर दिया।
जब यह किताब छप कर बाज़ार में आयी तो भारत से उलमा इ कराम ने शेख इल्यास अत्तार क़ादरी को खत लिख कर इस वाक़ये की हकीकत पूछी। शेख इल्यास अत्तार क़ादरी ने अपने लेटर हेड पर जवाब लिख कर भेजा और अल्लाह की क़सम खाई की ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था। उन्होंने मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से अपनी बात साबित करने के लिए दो शरई गवाह लाने को कहा। लोगों ने जब मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा से उस शख्स का नाम पूछा जिसके घर यह मुलाकात हुई थी, तो मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा बिलकुल खामोश हो गए ! जब लोगो ने पूछा की यह वाक़या किस साल में हुआ था , तब भी मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा एक दम खामोश हो गए !
ओबैदुल्लाह खान आज़मी साहब ने जब इस झूठ का पर्दा फाश किया तो ज़िआ उल मुस्तफा को बुरा लग गया और वो ओबैदुल्लाह खान आज़मी के खिलाफ साज़िश में जुट गए ! ओबैदुल्लाह खान आज़मी साहब की तक़रीर को नीचे दिए हुए वेबलिंक पर सुना जा सकता है
https://www.youtube.com/watch?v=u_TORksXwSc
बड़े हैरत की बात है की इस जैसा झूठा और क़ज़्ज़ाब आज पीर ए तरीक़त बना घूम रहा है और अपना हाथ चुमवाता है। कुछ भोले भाले सुन्नी जिनको मोलवी ज़िआ उल मुस्तफा की हक़ीक़त नहीं मालूम हैं आज भी तक़रीर के लिए इनको बुलाते हैं।
झूठो पर अल्लाह की लानत
Jhooto'n per ALLAH KI LAANAT
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